दीदार जो उनका हुआ, आँखे नमाजी हो गयी, रूठी  थी जो °किस्मत मेरी `पल  में राजी हो गयी. - Naseeb Shayari

दीदार जो उनका हुआ, आँखे नमाजी हो गयी, रूठी थी जो °किस्मत मेरी `पल में राजी हो गयी.

Naseeb Shayari