शायरी खुद ख़ुशी का धंदा है अपनी बन्दूक अपनी ही खंधा है आईना बेचता फिरता  शेयरर उसे सहर मैं जो सहर ही अँधा है। - Couple Shayari

शायरी खुद ख़ुशी का धंदा है अपनी बन्दूक अपनी ही खंधा है आईना बेचता फिरता शेयरर उसे सहर मैं जो सहर ही अँधा है।

Couple Shayari

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