बहुत हो गया काम काज चलो दोस्तों चलते हैं!

बहुत हो गया काम काज चलो दोस्तों चलते हैं!

Safar Shayari

सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा, जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।

सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा, जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।

कहा से लाये हो इतनी प्यारी आँखें जब भी देखते हैं खो जाते हैं।

कहा से लाये हो इतनी प्यारी आँखें जब भी देखते हैं खो जाते हैं।

पास नहीं हो तुम फिर भी ये इंतज़ार क्यो है! तुम ही बताओ ना हमें तुमसे इतना प्यार क्यों है।

पास नहीं हो तुम फिर भी ये इंतज़ार क्यो है! तुम ही बताओ ना हमें तुमसे इतना प्यार क्यों है।

दुनिया का सबसे कीमती तोफा हमसफर है जो कीमत से नहीं किस्मत से मिलता है!

दुनिया का सबसे कीमती तोफा हमसफर है जो कीमत से नहीं किस्मत से मिलता है!

हमारे किसी बात से खफा मत होना पहिली बार चाहा है हमने किसी को, चाह कर भी कभी हमसे दूर मत होना

हमारे किसी बात से खफा मत होना पहिली बार चाहा है हमने किसी को, चाह कर भी कभी हमसे दूर मत होना

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा!

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा!

सफर से लौटने पर घरए कमरा बिस्तर तकिया सब वही रहते हैं अगर कुछ बदलता है तो वो होते हैं हम!

सफर से लौटने पर घरए कमरा बिस्तर तकिया सब वही रहते हैं अगर कुछ बदलता है तो वो होते हैं हम!

ज़िन्दगी के सफ़र में ख़ुशी और ग़म का अपना अपना किस्सा है अच्छा नहीं तो बुरा ही सही, पर वो शख़्स मेरी कहानी का हिस्सा है

ज़िन्दगी के सफ़र में ख़ुशी और ग़म का अपना अपना किस्सा है अच्छा नहीं तो बुरा ही सही, पर वो शख़्स मेरी कहानी का हिस्सा है

ज़िन्दगी वही है जिसमे उठना गिरना और घूमना फिरना लगा रहता है।

ज़िन्दगी वही है जिसमे उठना गिरना और घूमना फिरना लगा रहता है।

एक मुद्दत से हैं सफ़र में हम घर में रह कर भी जैसे बेघर से

एक मुद्दत से हैं सफ़र में हम घर में रह कर भी जैसे बेघर से

उसके लिए अकेलापन बिलकुल बेअसर है जिसका साथी सफर है।

उसके लिए अकेलापन बिलकुल बेअसर है जिसका साथी सफर है।

सफ़र से लौट जाना चाहता है परिंदा आशियाना चाहता है

सफ़र से लौट जाना चाहता है परिंदा आशियाना चाहता है

उठ के ऊपर अपनी आदतों से शुरू करो एक नया सफ़रनामा!

उठ के ऊपर अपनी आदतों से शुरू करो एक नया सफ़रनामा!

किताब, फ़िल्म, सफ़र इश्क़, शायरी, औरत कहाँ कहाँ न गया ख़ुद को ढूँढता हुआ मैं

किताब, फ़िल्म, सफ़र इश्क़, शायरी, औरत कहाँ कहाँ न गया ख़ुद को ढूँढता हुआ मैं

ज़िन्दगी एक सफर है यहाँ घूमना फिरना ज़रूरी है।

ज़िन्दगी एक सफर है यहाँ घूमना फिरना ज़रूरी है।

मैं लौटने के इरादे से जा रहा हूँ मगर सफ़र सफ़र है मिरा इंतिज़ार मत करना

मैं लौटने के इरादे से जा रहा हूँ मगर सफ़र सफ़र है मिरा इंतिज़ार मत करना

एक सफ़र पे यूँ ही कभी चल दो तुम जो दुरी खुद से हैए उसे खत्म करने के लिए!

एक सफ़र पे यूँ ही कभी चल दो तुम जो दुरी खुद से हैए उसे खत्म करने के लिए!

वो मंज़िल खूबसूरत नहीं लगती जिसका सफर कठिन नहीं होता।

वो मंज़िल खूबसूरत नहीं लगती जिसका सफर कठिन नहीं होता।