ना जाने दिल क्यों खिंचा जाता है उसकी तरफ क्या उसने भी मुझे पाने की दुआ मॉगी है ! - Dua Shayari

ना जाने दिल क्यों खिंचा जाता है उसकी तरफ क्या उसने भी मुझे पाने की दुआ मॉगी है !

Dua Shayari