तुझे खोने के दर से तुझे पाया ही नहीं ज़िन्दगी भर तड़पते रहे और तुझे बताया भी नहीं। - Majburi Shayari

तुझे खोने के दर से तुझे पाया ही नहीं ज़िन्दगी भर तड़पते रहे और तुझे बताया भी नहीं।

Majburi Shayari