पल दो पल से ही बनती हैं दुनियाँ ख़ुशी और गम से ही सजती हैं दुनियाँ जहाँ गम अनुभव बन जाता हैं उसी का मीठा ख़ुशी कहलाता हैं.

पल दो पल से ही बनती हैं दुनियाँ ख़ुशी और गम से ही सजती हैं दुनियाँ जहाँ गम अनुभव बन जाता हैं उसी का मीठा ख़ुशी कहलाता हैं.

Khushi Shayari

मुझे block करने से ज्यादा ignore करने में मजा आता है।

मुझे block करने से ज्यादा ignore करने में मजा आता है।

लोग उम्मीद पर जिंदा हैं और मैं इंटरनेट पर।

लोग उम्मीद पर जिंदा हैं और मैं इंटरनेट पर।

हक तो इतना है कि मैं तुझे तुझसे चुरा लू, पर क्या है ना कि मुझे चोरी आती नहीं।

हक तो इतना है कि मैं तुझे तुझसे चुरा लू, पर क्या है ना कि मुझे चोरी आती नहीं।

ज़िन्दगी बहुत कुछ सिखाती है लेकिन मैं सब भूल जाता हूँ।

ज़िन्दगी बहुत कुछ सिखाती है लेकिन मैं सब भूल जाता हूँ।

सोच रहा हूँ थोड़ा वजन बढ़ा लूँ, लोग आजकल मुझे हलके में ले रहे हैं।

सोच रहा हूँ थोड़ा वजन बढ़ा लूँ, लोग आजकल मुझे हलके में ले रहे हैं।

किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते हो यार, मैंने कहा खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा करते है।

किसी ने मुझ से कहा बहुत खुबसूरत लिखते हो यार, मैंने कहा खुबसूरत मैं नहीं वो है जिसके लिए हम लिखा करते है।

चलिये कुछ बचकानी बातें करते है हर वक्त की समझदारी तो बोझ है !

चलिये कुछ बचकानी बातें करते है हर वक्त की समझदारी तो बोझ है !

जो आपकी खुशी के लिये हार मान लेता है उससे आप कभी जीत नही सकते !

जो आपकी खुशी के लिये हार मान लेता है उससे आप कभी जीत नही सकते !

निगाह उठे तो सुबह हो, झुके तो शाम हो जाएँ, एक बार मुस्कुरा भर दो तो कत्ले-आम हो जाएँ.

निगाह उठे तो सुबह हो, झुके तो शाम हो जाएँ, एक बार मुस्कुरा भर दो तो कत्ले-आम हो जाएँ.

तू अचानक मिल गयी तो कैसे पहचानूंगा मै ऐ खुशी तू अपनी तसवीर भेज दे !

तू अचानक मिल गयी तो कैसे पहचानूंगा मै ऐ खुशी तू अपनी तसवीर भेज दे !

सफ़ेद-पोशी-ए-दिल का भरम भी रखना है तेरी ख़ुशी के लिए तेरा ग़म भी रखना है !

सफ़ेद-पोशी-ए-दिल का भरम भी रखना है तेरी ख़ुशी के लिए तेरा ग़म भी रखना है !

मेरी खुशी के लम्हें इस कद्र छोटे हैं यारों, गुजर जाते हैं मेरे मुस्कुराने से पहले.

मेरी खुशी के लम्हें इस कद्र छोटे हैं यारों, गुजर जाते हैं मेरे मुस्कुराने से पहले.

शब्दों के इत्तेफाक़ में यूँ बदलाव करके देख तू देख कर न मुस्कुरा बस मुस्कुरा के देख !

शब्दों के इत्तेफाक़ में यूँ बदलाव करके देख तू देख कर न मुस्कुरा बस मुस्कुरा के देख !

उसके हाथों का खिलौना ही सही खुश हूँ मैं, कुछ देर के लिए ही सही मुझे चाहता तो है.

उसके हाथों का खिलौना ही सही खुश हूँ मैं, कुछ देर के लिए ही सही मुझे चाहता तो है.

चलो फ़िर से हौले से मुस्कुराते हैं बिना माचिस के ही लोगों को जलाते हैं !

चलो फ़िर से हौले से मुस्कुराते हैं बिना माचिस के ही लोगों को जलाते हैं !

कितना हसीन चाँद सा चेहरा हैं, उसपे सबाब का रंग गहरा हैं, खुदा को यकीन ना था वफ़ा पे, तभी चाँद पर तारों का पहरा हैं।

कितना हसीन चाँद सा चेहरा हैं, उसपे सबाब का रंग गहरा हैं, खुदा को यकीन ना था वफ़ा पे, तभी चाँद पर तारों का पहरा हैं।

बिन तेरे मेरी हर ख़ुशी अधूरी है फिर सोच मेरे लिए तू कितनी ज़रूरी है !

बिन तेरे मेरी हर ख़ुशी अधूरी है फिर सोच मेरे लिए तू कितनी ज़रूरी है !

ख़ुशी मेरी तलाश में दिन-रात यूँ ही भटकती रही, कभी उसे मेरा घर ना मिला कभी उसे हम घर ना मिले।

ख़ुशी मेरी तलाश में दिन-रात यूँ ही भटकती रही, कभी उसे मेरा घर ना मिला कभी उसे हम घर ना मिले।