अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं, जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको। - Umeed Shayari

अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं, जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।

Umeed Shayari