आरज़ू हसरत उम्मीद शिकायत आँसू इक तेरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला !

आरज़ू हसरत उम्मीद शिकायत आँसू इक तेरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला !

Umeed Shayari

हजारो उम्मीदें बंधती हैं, एक निगाह पर, मुझको न ऐसे प्यार से, देखा करे कोई।

हजारो उम्मीदें बंधती हैं, एक निगाह पर, मुझको न ऐसे प्यार से, देखा करे कोई।

खुश रहने का एक सीधा मंत्र यह है की उम्मीद अपने आप से रखो किसी और से नहीं !

खुश रहने का एक सीधा मंत्र यह है की उम्मीद अपने आप से रखो किसी और से नहीं !

अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं, जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।

अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं, जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।

दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है !

दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है !

तुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत है, पर मुझसे तुम ये उम्मीद जिन्दगी भर मत रखना।

तुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत है, पर मुझसे तुम ये उम्मीद जिन्दगी भर मत रखना।

उम्मीद तो बाँध जाती तस्कीन तो हो जाती, वादा ना वफ़ा करते वादा तो किया होता।

उम्मीद तो बाँध जाती तस्कीन तो हो जाती, वादा ना वफ़ा करते वादा तो किया होता।

तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए !

तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए !

कटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैं, हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं।

कटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैं, हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं।

इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें !

इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें !

तकलीफ खुद की कम हो गई जब अपनों से उम्मीद कम हो गई !

तकलीफ खुद की कम हो गई जब अपनों से उम्मीद कम हो गई !

दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू, बस यही उम्मीद है के खास रहे तू।

दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू, बस यही उम्मीद है के खास रहे तू।

प्यार तो जी भर कर करो बस उम्मीद मत रखना क्योंकि तकलीफ मोहब्बत नहीं उम्मीदें देती है !

प्यार तो जी भर कर करो बस उम्मीद मत रखना क्योंकि तकलीफ मोहब्बत नहीं उम्मीदें देती है !

सुना है हमने भी, उम्मीद पे जीता है जमाना, क्या करे वो जिसकी कोई उम्मीद ही न हो।

सुना है हमने भी, उम्मीद पे जीता है जमाना, क्या करे वो जिसकी कोई उम्मीद ही न हो।

राहत बेसबब रूठ जाती है क्यूँ हर तरफ उम्मीद टूट जाती है !

राहत बेसबब रूठ जाती है क्यूँ हर तरफ उम्मीद टूट जाती है !

मिलने की उम्मीद तो नहीं है तुमसे लेकिन कैसे कह दूँ इंतजार नहीं !

मिलने की उम्मीद तो नहीं है तुमसे लेकिन कैसे कह दूँ इंतजार नहीं !

खुशनसीब हैं बिखरे हुए यह ताश के पत्ते बिखरने के बाद उठाने वाला तो कोई है इनको!

खुशनसीब हैं बिखरे हुए यह ताश के पत्ते बिखरने के बाद उठाने वाला तो कोई है इनको!

लगते ना थे अपने हम मान लेते हैं, तुम कुछ ना कहो फिर भी हम सब कुछ जान लेते है

लगते ना थे अपने हम मान लेते हैं, तुम कुछ ना कहो फिर भी हम सब कुछ जान लेते है

किसी ने मुझसे पूछा ज़िन्दगी कैसे बर्बाद हुई मैंने ऊँगली उठायी और मोबाइल पर रख दी।

किसी ने मुझसे पूछा ज़िन्दगी कैसे बर्बाद हुई मैंने ऊँगली उठायी और मोबाइल पर रख दी।