सब गुरूर देख रहे थे अपनी ताकतों का हमने दिमाग चलाकर सबका मुँह बंद कर दिया ! - Single Shayari

सब गुरूर देख रहे थे अपनी ताकतों का हमने दिमाग चलाकर सबका मुँह बंद कर दिया !

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