औकात नहीं थी ज़माने की जो मेरी कीमत लगा सके, कमबख्त इश्क में क्या गिरे मुफ्त में नीलाम हो गए।

औकात नहीं थी ज़माने की जो मेरी कीमत लगा सके, कमबख्त इश्क में क्या गिरे मुफ्त में नीलाम हो गए।

Khamoshi Shayari

ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी थी उन की बात सुनी भी हम ने अपनी बात सुनाई भी..

ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी थी उन की बात सुनी भी हम ने अपनी बात सुनाई भी..

मैंने अपनी एक ऐसी दुनिया बसाई है, जिसमें एक तरफ खामोशी और दूसरी तरफ तन्हाई है.

मैंने अपनी एक ऐसी दुनिया बसाई है, जिसमें एक तरफ खामोशी और दूसरी तरफ तन्हाई है.

लोग कहते है कि वो बड़ा सयाना है, उन्हें क्या पता खामोशी से उसका रिश्ता पुराना है!

लोग कहते है कि वो बड़ा सयाना है, उन्हें क्या पता खामोशी से उसका रिश्ता पुराना है!

हमारी ख़ामोशी ही हमारी कमजोरी बन गयी, उन्हें कह न पाए दिल के जज़्बात और इस तरह से उनसे इक दूरी बन गयी.

हमारी ख़ामोशी ही हमारी कमजोरी बन गयी, उन्हें कह न पाए दिल के जज़्बात और इस तरह से उनसे इक दूरी बन गयी.

बोलने से जब अपने रूठ जाए, तब खामोशी को अपनी ताकत बनाएं।

बोलने से जब अपने रूठ जाए, तब खामोशी को अपनी ताकत बनाएं।

उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई, बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई.

उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई, बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई.

जब वो खामोश होती है तब मुझे दुनिया की सबसे महँगी चीज उनकी आवाज़ लगती है!

जब वो खामोश होती है तब मुझे दुनिया की सबसे महँगी चीज उनकी आवाज़ लगती है!

इश्क़ के चर्चे भले ही सारी दुनिया में होते होंगे पर दिल तो ख़ामोशी से ही टूटते हैं!

इश्क़ के चर्चे भले ही सारी दुनिया में होते होंगे पर दिल तो ख़ामोशी से ही टूटते हैं!

खामोशी बयां कर देती है सब कुछ जब दिल का रिश्ता जुड़ जाता है किसी से!

खामोशी बयां कर देती है सब कुछ जब दिल का रिश्ता जुड़ जाता है किसी से!

राज खोल देते हैं, नाजुक से इशारे अक्सर, कितनी ख़ामोश मोहब्बत की जुबान होती हैं!

राज खोल देते हैं, नाजुक से इशारे अक्सर, कितनी ख़ामोश मोहब्बत की जुबान होती हैं!

मोहब्बत नहीं थी तो एक बार समझाया तो होता, नादान दिल तेरी खामोशी को इश्क समझ बैठा।.

मोहब्बत नहीं थी तो एक बार समझाया तो होता, नादान दिल तेरी खामोशी को इश्क समझ बैठा।.

चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्ताँ सुनकर, ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं, और बयाँ हम से होगा नहीं.

चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्ताँ सुनकर, ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं, और बयाँ हम से होगा नहीं.

तेरी ख़ामोशी अगर तेरी मज़बूरी है तो रहने दे इश्क़ कौन सा जरुरी है!

तेरी ख़ामोशी अगर तेरी मज़बूरी है तो रहने दे इश्क़ कौन सा जरुरी है!

हम ख़ामोशी से देते हैं ख़ामोशी का जवाब कौन कहता हैं अब हम बात नहीं करते!

हम ख़ामोशी से देते हैं ख़ामोशी का जवाब कौन कहता हैं अब हम बात नहीं करते!

बड़ी ख़ामोशी से गुज़र जाते हैं हम एक दूसरे के करीब से फिर भी दिलों का शोर सुनाई दे ही जाता है

बड़ी ख़ामोशी से गुज़र जाते हैं हम एक दूसरे के करीब से फिर भी दिलों का शोर सुनाई दे ही जाता है

इश्क की राहों में जिस दिल ने शोर मचा रखा था बेवफाई की गलियों से आज वो खामोश निकला!

इश्क की राहों में जिस दिल ने शोर मचा रखा था बेवफाई की गलियों से आज वो खामोश निकला!

मेरी खामोशियों पर भी उठ रहे थे सौ सवाल, दो लफ्ज़ क्या बोले मुझे बेगैरत बना दिया..

मेरी खामोशियों पर भी उठ रहे थे सौ सवाल, दो लफ्ज़ क्या बोले मुझे बेगैरत बना दिया..

किताब सी शख्सियत दे ऐ मेरे खुदा सब कुछ कह दूँ खामोश रहकर !

किताब सी शख्सियत दे ऐ मेरे खुदा सब कुछ कह दूँ खामोश रहकर !