किताब सी शख्सियत दे ऐ मेरे खुदा सब कुछ कह दूँ खामोश रहकर ! - Khamoshi Shayari

किताब सी शख्सियत दे ऐ मेरे खुदा सब कुछ कह दूँ खामोश रहकर !

Khamoshi Shayari