बुरा बुरे के अलावा भला भी होता है हर आदमी में कोई दूसरा भी होता है - Insaniyat Shayari

बुरा बुरे के अलावा भला भी होता है हर आदमी में कोई दूसरा भी होता है

Insaniyat Shayari