आज लाखों डिग्रीयां हो गई है कॉलेजों में मगर इंसानियत का पाठ अब कोई नहीं पढ़ता।

आज लाखों डिग्रीयां हो गई है कॉलेजों में मगर इंसानियत का पाठ अब कोई नहीं पढ़ता।

Insaniyat Shayari

इंसान ही आता है काम इंसान के मददगार कोई फरिश्ता नही होता यह सच्चाई जान ले ऐ दोस्त इंसानियत से बड़ा कोई रिश्ता नही होता !

इंसान ही आता है काम इंसान के मददगार कोई फरिश्ता नही होता यह सच्चाई जान ले ऐ दोस्त इंसानियत से बड़ा कोई रिश्ता नही होता !

इसीलिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं।

इसीलिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं।

जिन्हें महसूस इंसानों के रंजो-गम नहीं होते, वो इंसान भी हरगिज पत्थरों से कम नहीं होते।

जिन्हें महसूस इंसानों के रंजो-गम नहीं होते, वो इंसान भी हरगिज पत्थरों से कम नहीं होते।

बुरा बुरे के अलावा भला भी होता है हर आदमी में कोई दूसरा भी होता है

बुरा बुरे के अलावा भला भी होता है हर आदमी में कोई दूसरा भी होता है

नई मंज़िल नया जादू उजाला ही उजाला दूर तक इंसानियत का बोल-बाला

नई मंज़िल नया जादू उजाला ही उजाला दूर तक इंसानियत का बोल-बाला

मन की ईर्ष्या हमे कामयाबी से दूर रखती है आखिर इंसानियत ही इंसान को जिंदा रखती है !

मन की ईर्ष्या हमे कामयाबी से दूर रखती है आखिर इंसानियत ही इंसान को जिंदा रखती है !

तेरा प्यार पाने के लिए मैंने कितना इंतज़ार किया, और उस इंतज़ार में न जाने कितनों से प्यार किया।

तेरा प्यार पाने के लिए मैंने कितना इंतज़ार किया, और उस इंतज़ार में न जाने कितनों से प्यार किया।

ना वह हिंदू देखता है ना कभी मुसलमान देखता है कौन सा साथी है वह हर शख्स मे बस इंसान देता है !

ना वह हिंदू देखता है ना कभी मुसलमान देखता है कौन सा साथी है वह हर शख्स मे बस इंसान देता है !

कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है सब ने इंसान न बनने की क़सम खाई है

कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई ईसाई है सब ने इंसान न बनने की क़सम खाई है

हो अगर जिमे पर अपने उस कर्ज को जरूर जुदा करना जिंदगी मे अपने इंसानियत का फर्ज जरूर अदा करना !

हो अगर जिमे पर अपने उस कर्ज को जरूर जुदा करना जिंदगी मे अपने इंसानियत का फर्ज जरूर अदा करना !

अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई, तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं।

अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई, तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं।

इंसानियत की राह पर तुम्हे चलना होगा ठोकरे खाकर ही ​भी तुम्हे संभलना होग.

इंसानियत की राह पर तुम्हे चलना होगा ठोकरे खाकर ही ​भी तुम्हे संभलना होग.

घरों पे नाम थे नामों के साथ ओह दे थे बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला

घरों पे नाम थे नामों के साथ ओह दे थे बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला

अंधो की दुनिया मे गूंगी जुबान हो गई बहरे लोग है यहां तभी तो इंसानियत तबाह हो गई !

अंधो की दुनिया मे गूंगी जुबान हो गई बहरे लोग है यहां तभी तो इंसानियत तबाह हो गई !

इंसान ही आता है काम इंसान के
मददगार कोई फरिश्ता नही होता
यह सच्चाई जान ले ऐ दोस्त इंसानियत
से बड़ा कोई रिश्ता नही होता.

इंसान ही आता है काम इंसान के मददगार कोई फरिश्ता नही होता यह सच्चाई जान ले ऐ दोस्त इंसानियत से बड़ा कोई रिश्ता नही होता.

बहुत से कागज़ मिल जाते हैं एक खासियत बेच कर, लोग पैसा कमाते हैं आज कल इंसानियत बेच कर।

बहुत से कागज़ मिल जाते हैं एक खासियत बेच कर, लोग पैसा कमाते हैं आज कल इंसानियत बेच कर।

इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता कब से मैं नक़ाबों की तहें खोल रहा हूँ।

इस दौर में इंसान का चेहरा नहीं मिलता कब से मैं नक़ाबों की तहें खोल रहा हूँ।

मेहनत के प्रति मन मै अपने श्रद्धा हमेशा बनाए रखना जिंदगी मे बस इंसानियत को ही अपना उसूल बनाए रखना !

मेहनत के प्रति मन मै अपने श्रद्धा हमेशा बनाए रखना जिंदगी मे बस इंसानियत को ही अपना उसूल बनाए रखना !