ऐ नींद, तू कहाँ खो गई किस झोपड़ी में सो गई दौलत ने बिछाए बिस्तर तू ज़मीं पर ही  सो गई! - Neend Shayari

ऐ नींद, तू कहाँ खो गई किस झोपड़ी में सो गई दौलत ने बिछाए बिस्तर तू ज़मीं पर ही सो गई!

Neend Shayari