न कोई गिला है, न तुम से ख़फ़ा है ग़मे-दिल की अब के न कोई दवा है - Khafa Shayar

न कोई गिला है, न तुम से ख़फ़ा है ग़मे-दिल की अब के न कोई दवा है

Khafa Shayar