अजीब शख्स है भेद ही ना खुलते उसके, जब भी देखूं तो दुनिया से खफा ही देखूं। - Khafa Shayar

अजीब शख्स है भेद ही ना खुलते उसके, जब भी देखूं तो दुनिया से खफा ही देखूं।

Khafa Shayar