ख़ुदाई को भी हम न ख़ुश रख सके ख़ुदा भी ख़फ़ा का ख़फ़ा रह गया - Khafa Shayar

ख़ुदाई को भी हम न ख़ुश रख सके ख़ुदा भी ख़फ़ा का ख़फ़ा रह गया

Khafa Shayar