होले होले कोई याद आया करता है, कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है, उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं, जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है। - Dhokebaaz Shayari

होले होले कोई याद आया करता है, कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है, उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं, जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।

Dhokebaaz Shayari