Dhokebaaz Shayari, Status, and Images in Hindi

वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया !

वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया !

कुछ लोग इतने गरीब होते है की देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है !

कुछ लोग इतने गरीब होते है की देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है !

धोका तूने ऐसा दिया मेरी जिंदगी का हर मकसद मुझसे छीन लिया !

धोका तूने ऐसा दिया मेरी जिंदगी का हर मकसद मुझसे छीन लिया !

ना वो सपना देखो जो टूट जाये ना वो हाथ थामो जो छुट जाये !

ना वो सपना देखो जो टूट जाये ना वो हाथ थामो जो छुट जाये !

बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे इक शहर अब इनका भी होना चाहिए !

बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे इक शहर अब इनका भी होना चाहिए !

प्यार में धोखा तब तब खायेंगे लोग प्यार जब जब दिल की जगह जिस्म से करेंगे लोग !

प्यार में धोखा तब तब खायेंगे लोग प्यार जब जब दिल की जगह जिस्म से करेंगे लोग !

बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में कभी बादलो से तो कभी आँखों से !

बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में कभी बादलो से तो कभी आँखों से !

वो हर दफा झूठ बोलता रहा, मै सच समझता रहा। कितने धोखे दिए उसने, मै रोज मरता रहा।

वो हर दफा झूठ बोलता रहा, मै सच समझता रहा। कितने धोखे दिए उसने, मै रोज मरता रहा।

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसेऐ ज़िन्दगी सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं !

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसेऐ ज़िन्दगी सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं !

वो शक्स धोखेबाज निकला, जिससे मैंने बे-वजह, बे-इंतेहा मोहब्बत की।

वो शक्स धोखेबाज निकला, जिससे मैंने बे-वजह, बे-इंतेहा मोहब्बत की।

लगा था कि जिंदगी में एक सच्चा दोस्त मिल गया है हमें पर उम्मीद न की थी कि वही हमें धोखा दे जाएगा !

लगा था कि जिंदगी में एक सच्चा दोस्त मिल गया है हमें पर उम्मीद न की थी कि वही हमें धोखा दे जाएगा !

वो तो मेरी किस्मत ही धोखेबाज थी, वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था।

वो तो मेरी किस्मत ही धोखेबाज थी, वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था।

ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया !

ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया !

कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया !

कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया !

बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में, कभी बादलो से तो कभी आँखों से.

बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में, कभी बादलो से तो कभी आँखों से.

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो !

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो !

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी, सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं।

ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी, सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं।

इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ ग़ैर तो ग़ैर हैं अपनों का सहारा न हुआ !

इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ ग़ैर तो ग़ैर हैं अपनों का सहारा न हुआ !

अपनी हालत का खुद एहसास नहीं है मुझ को मैं ने औरों से सुना है के परेशां हूँ मैं !

अपनी हालत का खुद एहसास नहीं है मुझ को मैं ने औरों से सुना है के परेशां हूँ मैं !

बस एक तुमको ही खो देना बाकि था, इससे बुरा इस साल और क्या होना बाकी था।

बस एक तुमको ही खो देना बाकि था, इससे बुरा इस साल और क्या होना बाकी था।

उस ने पूछा था क्या हाल है और मैं सोचता रह गया !

उस ने पूछा था क्या हाल है और मैं सोचता रह गया !

होले होले कोई याद आया करता है, कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है, उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं, जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।

होले होले कोई याद आया करता है, कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है, उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं, जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।

दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है हम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है !

दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है हम भी पागल हो जाएँगे ऐसा लगता है !

तुझे अपनाऊ तो मुझसे जमाना रूठ जाता है, और मोहब्बत पढ़ने लिखने में बहुत आसान है, पर उसे निभाने में पसीना छुट जाता है।

तुझे अपनाऊ तो मुझसे जमाना रूठ जाता है, और मोहब्बत पढ़ने लिखने में बहुत आसान है, पर उसे निभाने में पसीना छुट जाता है।

तुम क्या जानो अपने आप से कितना मैं शर्मिंदा हूँ छूट गया है साथ तुम्हारा और अभी तक ज़िंदा हूँ !

तुम क्या जानो अपने आप से कितना मैं शर्मिंदा हूँ छूट गया है साथ तुम्हारा और अभी तक ज़िंदा हूँ !