तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो ! - Dhokebaaz Shayari

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो !

Dhokebaaz Shayari