वो शक्स धोखेबाज निकला, जिससे मैंने बे-वजह, बे-इंतेहा मोहब्बत की। - Dhokebaaz Shayari

वो शक्स धोखेबाज निकला, जिससे मैंने बे-वजह, बे-इंतेहा मोहब्बत की।

Dhokebaaz Shayari