मोहब्बत की राहों में चलते-चलते कभी गिर भी जाऊं मै तो मुझे शक है कि चोट लगने पर दर्द तुझे भी होगा..! - Shak Shayari

मोहब्बत की राहों में चलते-चलते कभी गिर भी जाऊं मै तो मुझे शक है कि चोट लगने पर दर्द तुझे भी होगा..!

Shak Shayari