छत कहाँ थी नसीब में, फुटपाथ को ही जागीर समझे छालों से कटी हथेली, हम किस्मत की लकीर समझे. - Kismat Status

छत कहाँ थी नसीब में, फुटपाथ को ही जागीर समझे छालों से कटी हथेली, हम किस्मत की लकीर समझे.

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