ये तो सह लेंगे कि वादा न निभाये कोई पास होकर न हमें पास बुलाये कोई सब सहेंगे, ये सितम पर न सहा जायेगा चाँदनी रात हो और याद न आये कोई। - Nasha Shayari

ये तो सह लेंगे कि वादा न निभाये कोई पास होकर न हमें पास बुलाये कोई सब सहेंगे, ये सितम पर न सहा जायेगा चाँदनी रात हो और याद न आये कोई।

Nasha Shayari