अगर ग़म मोहब्बत पे हाबी न होता खुदा की कसम मैं शराबी न होता !! - Nasha Shayari

अगर ग़म मोहब्बत पे हाबी न होता खुदा की कसम मैं शराबी न होता !!

Nasha Shayari