यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी, कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी।

यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी, कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी।

Nasha Shayari

किस्मत की लकीरों से चुराया था जिसे, चंद लम्हों के लिए भी वो मेरा ना हुआ।

किस्मत की लकीरों से चुराया था जिसे, चंद लम्हों के लिए भी वो मेरा ना हुआ।

कुछ तो लिखा होगा किस्मत में, वरना आप हम से यूं ना मिले होते।

कुछ तो लिखा होगा किस्मत में, वरना आप हम से यूं ना मिले होते।

किस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता है, चाँद ढूँढते ढूँढते तारों में खो जाता है।

किस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता है, चाँद ढूँढते ढूँढते तारों में खो जाता है।

ये तो सह लेंगे कि वादा न निभाये कोई पास होकर न हमें पास बुलाये कोई सब सहेंगे, ये सितम पर न सहा जायेगा चाँदनी रात हो और याद न आये कोई।

ये तो सह लेंगे कि वादा न निभाये कोई पास होकर न हमें पास बुलाये कोई सब सहेंगे, ये सितम पर न सहा जायेगा चाँदनी रात हो और याद न आये कोई।

नशा था उनके प्यार का, जिस में हम खो गए, उन्हें भी नहीं पता चला, कि कब हम उनके हो गए!

नशा था उनके प्यार का, जिस में हम खो गए, उन्हें भी नहीं पता चला, कि कब हम उनके हो गए!

अगर ग़म मोहब्बत पे हाबी न होता खुदा की कसम मैं शराबी न होता !!

अगर ग़म मोहब्बत पे हाबी न होता खुदा की कसम मैं शराबी न होता !!

इश्क से नशीला कोई नशा नहीं है जनाब घूँट घूँट पीते हैं और कतरा कतरा मरते हैं

इश्क से नशीला कोई नशा नहीं है जनाब घूँट घूँट पीते हैं और कतरा कतरा मरते हैं

कर दो तब्दील अदालतों को मैखाने में सुना है नशे में कोई झूठ नही बोलता !

कर दो तब्दील अदालतों को मैखाने में सुना है नशे में कोई झूठ नही बोलता !

बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे, शमशान में पिया करूंगा, जब खुदा मांगेगा हिसाब, तो पैग बना कर दिया करूंगा!

बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे, शमशान में पिया करूंगा, जब खुदा मांगेगा हिसाब, तो पैग बना कर दिया करूंगा!

मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की कभी हम महक जाते हैं कभी हम बहक जाते हैं !

मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की कभी हम महक जाते हैं कभी हम बहक जाते हैं !

न गुल खिले हैं न उन से मिले न मय पी है. अजीब रंग में अब के बहार गुज़री है.

न गुल खिले हैं न उन से मिले न मय पी है. अजीब रंग में अब के बहार गुज़री है.

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए।

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए।

दौलत जब मिली इंसान को नशा ग़ुरूर का छा गया हालात जब मुफलिस हुए देखिए ख़ुदा याद आ गया !

दौलत जब मिली इंसान को नशा ग़ुरूर का छा गया हालात जब मुफलिस हुए देखिए ख़ुदा याद आ गया !

पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर ‘जलील’ बादल का रंग देख के नीयत बदल गई!

पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर ‘जलील’ बादल का रंग देख के नीयत बदल गई!

आलम से बे-ख़बर भी हूँ

आलम से बे-ख़बर भी हूँ "आलम" में भी हूँ मैं साक़ी ने इस मक़ाम को आसाँ बना दिया

नशा छा गया है प्यार का प्यार चाहता हूँ इंतजार है तेरी तेरा भी दिल बेकरार चाहत हूँ !

नशा छा गया है प्यार का प्यार चाहता हूँ इंतजार है तेरी तेरा भी दिल बेकरार चाहत हूँ !

पहले हमे भी मोहब्बत का_नशा था यारो, दिल जो टुटा तो नशे से ही मोहब्बत हो गई ।

पहले हमे भी मोहब्बत का_नशा था यारो, दिल जो टुटा तो नशे से ही मोहब्बत हो गई ।

तेरी यादों का नशा है मुझे चाय की तरह सुबह सबसे पहले तेरी ही याद आती हैं !

तेरी यादों का नशा है मुझे चाय की तरह सुबह सबसे पहले तेरी ही याद आती हैं !