यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी, कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी। - Nasha Shayari

यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी, कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी।

Nasha Shayari