पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए। - Nasha Shayari

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए।

Nasha Shayari