पहले हमे भी मोहब्बत का_नशा था यारो, दिल जो टुटा तो नशे से ही मोहब्बत हो गई ।

पहले हमे भी मोहब्बत का_नशा था यारो, दिल जो टुटा तो नशे से ही मोहब्बत हो गई ।

Nasha Shayari

बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे, शमशान में पिया करूंगा, जब खुदा मांगेगा हिसाब, तो पैग बना कर दिया करूंगा!

बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे, शमशान में पिया करूंगा, जब खुदा मांगेगा हिसाब, तो पैग बना कर दिया करूंगा!

यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी, कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी।

यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी, कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी।

मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की कभी हम महक जाते हैं कभी हम बहक जाते हैं !

मिलावट है तेरे इश्क में इत्र और शराब की कभी हम महक जाते हैं कभी हम बहक जाते हैं !

न गुल खिले हैं न उन से मिले न मय पी है. अजीब रंग में अब के बहार गुज़री है.

न गुल खिले हैं न उन से मिले न मय पी है. अजीब रंग में अब के बहार गुज़री है.

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए।

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी, डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए।

दौलत जब मिली इंसान को नशा ग़ुरूर का छा गया हालात जब मुफलिस हुए देखिए ख़ुदा याद आ गया !

दौलत जब मिली इंसान को नशा ग़ुरूर का छा गया हालात जब मुफलिस हुए देखिए ख़ुदा याद आ गया !

पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर ‘जलील’ बादल का रंग देख के नीयत बदल गई!

पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर ‘जलील’ बादल का रंग देख के नीयत बदल गई!

आलम से बे-ख़बर भी हूँ

आलम से बे-ख़बर भी हूँ "आलम" में भी हूँ मैं साक़ी ने इस मक़ाम को आसाँ बना दिया

नशा छा गया है प्यार का प्यार चाहता हूँ इंतजार है तेरी तेरा भी दिल बेकरार चाहत हूँ !

नशा छा गया है प्यार का प्यार चाहता हूँ इंतजार है तेरी तेरा भी दिल बेकरार चाहत हूँ !

तेरी यादों का नशा है मुझे चाय की तरह सुबह सबसे पहले तेरी ही याद आती हैं !

तेरी यादों का नशा है मुझे चाय की तरह सुबह सबसे पहले तेरी ही याद आती हैं !

जिगर की आग बुझे जिससे जल्द वो शय ला, लगा के बर्फ़ में साक़ी, सुराही-ए-मय ला।

जिगर की आग बुझे जिससे जल्द वो शय ला, लगा के बर्फ़ में साक़ी, सुराही-ए-मय ला।

मुझे ऐसी #शराब बता ऐ दोस्त

मुझे ऐसी #शराब बता ऐ दोस्त "नशा-ए-इश्क" उतार पाऊ मै!

नशा पिला के गिराना तो सब को आता है. मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी!

नशा पिला के गिराना तो सब को आता है. मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी!

अंदाज-ए-बयां में इनके भी ''गजब'' का नशा है  तन्हाई से कभी दिल लगा के तो देखिये!

अंदाज-ए-बयां में इनके भी ''गजब'' का नशा है तन्हाई से कभी दिल लगा के तो देखिये!

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

हाथों में पत्थर नहीं, फिर भी चोट देती है ये जुबान भी अजीब है, अच्छे-अच्छों के घर तोड़ देती है।

हाथों में पत्थर नहीं, फिर भी चोट देती है ये जुबान भी अजीब है, अच्छे-अच्छों के घर तोड़ देती है।

जाम तो उनके लिए है जिन्हें नशा नहीं होता हम तो दिनभर “तेरी यादों के नशे में यूँ ही डूबे रहते है।

जाम तो उनके लिए है जिन्हें नशा नहीं होता हम तो दिनभर “तेरी यादों के नशे में यूँ ही डूबे रहते है।

अगर नशा इश्क़ का हो तो शराब का क्या काम मंजिल महबूब का घर हो दरगाह का क्या काम !

अगर नशा इश्क़ का हो तो शराब का क्या काम मंजिल महबूब का घर हो दरगाह का क्या काम !