पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए ! - Nasha Shayari

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए !

Nasha Shayari