शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे

शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे

Life Shayari

तेरी सूरत से है आलम में बहारों को सबात तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है

तेरी सूरत से है आलम में बहारों को सबात तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है

ज़रूरी नहीं फूल ही महका करते है, वो कांटे भी खुशबू फैला देते है जो फूलो संग रहा करते है।

ज़रूरी नहीं फूल ही महका करते है, वो कांटे भी खुशबू फैला देते है जो फूलो संग रहा करते है।

वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा

वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा

बेवजह मदद किया करो, बेतहाशा भगवान खुश होंगे

बेवजह मदद किया करो, बेतहाशा भगवान खुश होंगे

जब ज़िन्दगी आपके हिसाब से बदलके ना दे, बेहतर है तब खुद को ज़िन्दगी के हिसाब से बदल लेना

जब ज़िन्दगी आपके हिसाब से बदलके ना दे, बेहतर है तब खुद को ज़िन्दगी के हिसाब से बदल लेना

उसे किसी से मोहब्बत थी और वो मैं नहीं था ये बात मुझसे ज्यादा उसे रुलाती थी

उसे किसी से मोहब्बत थी और वो मैं नहीं था ये बात मुझसे ज्यादा उसे रुलाती थी

कोई भो काम अगर भगवान को ध्यान में रखके किया जाता है, तो उसका पाप या पुण्य नहीं लगता।

कोई भो काम अगर भगवान को ध्यान में रखके किया जाता है, तो उसका पाप या पुण्य नहीं लगता।

अगर वक़्त को बर्बाद करोगे, तो ये भी बदला लेने में कसर नहीं छोड़ेगा

अगर वक़्त को बर्बाद करोगे, तो ये भी बदला लेने में कसर नहीं छोड़ेगा

ये अलग बात है कि ख़ामोश खड़े रहते हैं फिर भी जो लोग बड़े हैं, वो बड़े रहते हैं

ये अलग बात है कि ख़ामोश खड़े रहते हैं फिर भी जो लोग बड़े हैं, वो बड़े रहते हैं

शायद मुझे किसी से मोहब्बत नहीं हुई लेकिन यक़ीन सब को दिलाता रहा हूँ मैं

शायद मुझे किसी से मोहब्बत नहीं हुई लेकिन यक़ीन सब को दिलाता रहा हूँ मैं

बस ज़िन्दगी की शर्तों पे जीते रहो, ज़िन्दगी क्या मौत भी मुस्कुराकर गले लगाएगी

बस ज़िन्दगी की शर्तों पे जीते रहो, ज़िन्दगी क्या मौत भी मुस्कुराकर गले लगाएगी

दुनिया में आकर दुनिया का हो जाना आसान है, मगर दुनिया के बने रहते हुए भगवान को याद करना मुश्किल काम है।

दुनिया में आकर दुनिया का हो जाना आसान है, मगर दुनिया के बने रहते हुए भगवान को याद करना मुश्किल काम है।

ज़िंदगी इक हादसा है और कैसा हादसा मौत से भी ख़त्म जिस का सिलसिला होता नहीं

ज़िंदगी इक हादसा है और कैसा हादसा मौत से भी ख़त्म जिस का सिलसिला होता नहीं

गलतियां तू भी करता है, गलतियां मैं भी करता हूँ दोनों ही हम इंसान है खुदा तू भी नहीं खुदा मैं भी नहीं

गलतियां तू भी करता है, गलतियां मैं भी करता हूँ दोनों ही हम इंसान है खुदा तू भी नहीं खुदा मैं भी नहीं

कुछ दिन से ज़िंदगी मुझे पहचानती नहीं यूँ देखती है जैसे मुझे जानती नहीं

कुछ दिन से ज़िंदगी मुझे पहचानती नहीं यूँ देखती है जैसे मुझे जानती नहीं

कोई कुछ ना पाकर भी खुश है , और कोई सब कुछ खोकर भी नाखुश है।

कोई कुछ ना पाकर भी खुश है , और कोई सब कुछ खोकर भी नाखुश है।

दुनिया का सहारा कभी टिका नहीं करता और भगवान का सहारा कभी बिखरा नहीं करता

दुनिया का सहारा कभी टिका नहीं करता और भगवान का सहारा कभी बिखरा नहीं करता

ज़िंदगी तू ने मुझे क़ब्र से कम दी है ज़मीं पाँव फैलाऊँ तो दीवार में सर लगता है

ज़िंदगी तू ने मुझे क़ब्र से कम दी है ज़मीं पाँव फैलाऊँ तो दीवार में सर लगता है