मुक़म्मल इश्क़ तो इबादत है, बस करते चले जाना है.

मुक़म्मल इश्क़ तो इबादत है, बस करते चले जाना है.

Ishq Status

आधे से कुछ ज्यादा है, पूरे से कुछ कम, कुछ जिंदगी, कुछ गम, कुछ इश्क, कुछ हम.

आधे से कुछ ज्यादा है, पूरे से कुछ कम, कुछ जिंदगी, कुछ गम, कुछ इश्क, कुछ हम.

मुक़म्मल इश्क़ तो इबादत है बस करते चले जाना है

मुक़म्मल इश्क़ तो इबादत है बस करते चले जाना है

वो जो कहता है इश्क़ में क्या रखा है, एक हीर ने उसको अपना राँझा बना रखा है.

वो जो कहता है इश्क़ में क्या रखा है, एक हीर ने उसको अपना राँझा बना रखा है.

इबादत ए इश्क बस इतना है तु रहे सदा पास मेरे मै रहू सदा एहसासो मे तेरे!

इबादत ए इश्क बस इतना है तु रहे सदा पास मेरे मै रहू सदा एहसासो मे तेरे!

इश्क़ है इश्क़ ये मज़ाक़ नहीं, चंद लम्हों में फ़ैसला न करो.

इश्क़ है इश्क़ ये मज़ाक़ नहीं, चंद लम्हों में फ़ैसला न करो.

नजर नमाज नजरिया सब कुछ बदल गया एक रोज  इश्क हुआ मेरा खुदा बदल गया

नजर नमाज नजरिया सब कुछ बदल गया एक रोज इश्क हुआ मेरा खुदा बदल गया

मंदिर-मस्जिद सब नाम के हैं, खुदा से रूबरू होना है तो इश्क़ कर.

मंदिर-मस्जिद सब नाम के हैं, खुदा से रूबरू होना है तो इश्क़ कर.

इश्क़ की राह में, खुबसूरत क्या हैं, एक मैं हूँ, एक तुम हो और जरूरत क्या हैं.

इश्क़ की राह में, खुबसूरत क्या हैं, एक मैं हूँ, एक तुम हो और जरूरत क्या हैं.

बादशाह थे  हम अपनी  मिजाज-ए मस्ती के इश्क़ ने तेरे दीदार का फ़क़ीर बना दिया.

बादशाह थे हम अपनी मिजाज-ए मस्ती के इश्क़ ने तेरे दीदार का फ़क़ीर बना दिया.

इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं, मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है.

इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं, मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है.

निकल गया मतलब या और कोई काम लोगे, बदनाम तो हो ही गये हैं और कितना नाम लोगे।

निकल गया मतलब या और कोई काम लोगे, बदनाम तो हो ही गये हैं और कितना नाम लोगे।

गर्म चाय भी देती है एक सीख हरदम, मतलबी है दुनिया बहुत इसलिए फूंक फूंक कर रखना हर कदम।

गर्म चाय भी देती है एक सीख हरदम, मतलबी है दुनिया बहुत इसलिए फूंक फूंक कर रखना हर कदम।

मतलबी दुनिया में लोग खड़े हैं, हातो में पत्थर लेकर मैं कहां तक भागू शीशे का मुकद्दर लेकर.

मतलबी दुनिया में लोग खड़े हैं, हातो में पत्थर लेकर मैं कहां तक भागू शीशे का मुकद्दर लेकर.

दुश्मनों को सजा देने की एक तेहजीब हैं मेरी, मैं हाथ नहीं उठाता बस नजरों से गिरा देते हैं।

दुश्मनों को सजा देने की एक तेहजीब हैं मेरी, मैं हाथ नहीं उठाता बस नजरों से गिरा देते हैं।

नादान था दिल मेरा इसलिए उसको भी नादान समझ लिया, वो तो इंसानी भेष में एक मतलबी शैतान था।

नादान था दिल मेरा इसलिए उसको भी नादान समझ लिया, वो तो इंसानी भेष में एक मतलबी शैतान था।

जब कोई इंसान नज़र अंदाज़ करना शुरू करदे तोह समझ लेना उसकी ज़रूरतें पूरी होगी है।

जब कोई इंसान नज़र अंदाज़ करना शुरू करदे तोह समझ लेना उसकी ज़रूरतें पूरी होगी है।

इस शहर के लोग बहुत मतलबी है, टूटते तारे को देख अपने लिए कुछ नायाब मांगते है।

इस शहर के लोग बहुत मतलबी है, टूटते तारे को देख अपने लिए कुछ नायाब मांगते है।

अकसर वही लोग हम पर उँगलीया उठाते हैं, जिनकी मुझसे बात करने की औकात न हैं।

अकसर वही लोग हम पर उँगलीया उठाते हैं, जिनकी मुझसे बात करने की औकात न हैं।