लड़ते बहुत है, गुस्सा भी बहुत है, मगर गुस्सा बाहर से है, मोहब्बत अंदर से है। - Gussa Shayari

लड़ते बहुत है, गुस्सा भी बहुत है, मगर गुस्सा बाहर से है, मोहब्बत अंदर से है।

Gussa Shayari