कुछ मत कहना गुस्सा रहना मैं रात धरा के शानो पर रोते हुए बिता दूँगी ! - Gussa Shayari

कुछ मत कहना गुस्सा रहना मैं रात धरा के शानो पर रोते हुए बिता दूँगी !

Gussa Shayari