है पिघलना ही नियति तो देखो बर्फ भी पानी बने रात का टूटा हुआ तारा भी फरिश्ता आसमानी बने !

है पिघलना ही नियति तो देखो बर्फ भी पानी बने रात का टूटा हुआ तारा भी फरिश्ता आसमानी बने !

Tuta Dil Shayari

मेरी पलकों का अब नींद स कोई ताल्लुक नही रहा, मेरा कौन है ये सोचने में रात गुज़र जाती है

मेरी पलकों का अब नींद स कोई ताल्लुक नही रहा, मेरा कौन है ये सोचने में रात गुज़र जाती है

बड़े खूबसूरत होते है वो रिश्ते जिनमे अपनापन और प्यार होता है इसी से जिंदगी का हर रिश्ता बनता है!

बड़े खूबसूरत होते है वो रिश्ते जिनमे अपनापन और प्यार होता है इसी से जिंदगी का हर रिश्ता बनता है!

हमारे दिल का टूटना भी लाजमी था साहब बात जो रूह की सलामती पर आ गई थी और दिल के लिए रूह का सौदा हमसे हुआ नही!

हमारे दिल का टूटना भी लाजमी था साहब बात जो रूह की सलामती पर आ गई थी और दिल के लिए रूह का सौदा हमसे हुआ नही!

छोड़ दो मुड़कर देखना उनको, जो तुमसे दूर जाया करते है, जिनको साथ नहीं चलना होता, वो अक्सर रूठ जाया करते है।

छोड़ दो मुड़कर देखना उनको, जो तुमसे दूर जाया करते है, जिनको साथ नहीं चलना होता, वो अक्सर रूठ जाया करते है।

वह बेवफा थी फितरत मे उसके बेवफाई थी मेरा कसूर कुछ ना था मैंने तो बस उससे सच्चा प्यार किया था !

वह बेवफा थी फितरत मे उसके बेवफाई थी मेरा कसूर कुछ ना था मैंने तो बस उससे सच्चा प्यार किया था !

हम तंन्हाई मे भी तुझसे बिछडने से डरते हैं, तुझे पाना अभी बाकी है,और खोने से डरते हैं…

हम तंन्हाई मे भी तुझसे बिछडने से डरते हैं, तुझे पाना अभी बाकी है,और खोने से डरते हैं…

उन्हे हमसे दूर जाने का बहाना मिल गया दिल तोड़कर अपने रहने का ठिकाना मिल गया !

उन्हे हमसे दूर जाने का बहाना मिल गया दिल तोड़कर अपने रहने का ठिकाना मिल गया !

रोज़ रोज़ तुम्हे मांगने का किस्सा कुछ यूं ख़तम किया  इस बार खुदा से हमने थोड़ा सब्र मांग लिया ।

रोज़ रोज़ तुम्हे मांगने का किस्सा कुछ यूं ख़तम किया इस बार खुदा से हमने थोड़ा सब्र मांग लिया ।

बहती हुई है दरिया का किनारा हूं मैं टूट कर भी आज तक वही खड़ा हूं मैं रखना मुझे अपनी पनाह में ए खुदा इस जग से हारा हूं मै !

बहती हुई है दरिया का किनारा हूं मैं टूट कर भी आज तक वही खड़ा हूं मैं रखना मुझे अपनी पनाह में ए खुदा इस जग से हारा हूं मै !

जान बनकर जब से जिंदगी में आए हो तुम जान जान कह कर सीधे दिल पर वार कर रहे हो तुम !

जान बनकर जब से जिंदगी में आए हो तुम जान जान कह कर सीधे दिल पर वार कर रहे हो तुम !

तुमने मेरा दिल तोड़ा बार बार और मुझे तुझसे प्यार हुआ हर बार !

तुमने मेरा दिल तोड़ा बार बार और मुझे तुझसे प्यार हुआ हर बार !

बड़ी मदहोश थी महफिल की वह भीड़ कोई टूटा हुआ था तो कोई बिखरा हुआ था

बड़ी मदहोश थी महफिल की वह भीड़ कोई टूटा हुआ था तो कोई बिखरा हुआ था

हम तो बिखरे है चूर हुआ है मंजर एक नदी की तलाश में प्यासा है समंदर !

हम तो बिखरे है चूर हुआ है मंजर एक नदी की तलाश में प्यासा है समंदर !

टूटा जब यह दिल तो आईना हुआ चकनाचूर एहसास ख्वाब और अरमान सब हुआ चूर-चूर !

टूटा जब यह दिल तो आईना हुआ चकनाचूर एहसास ख्वाब और अरमान सब हुआ चूर-चूर !

कैसे कहूं कि सच कहता है आइना टूटा हूं मैं पर आईने में साफ दिखता है!

कैसे कहूं कि सच कहता है आइना टूटा हूं मैं पर आईने में साफ दिखता है!

भर गए जख्म मेरे अभी उसके निशा बाकी है तेरी मुहब्बत के अभी कितने सितम बाकी है..!

भर गए जख्म मेरे अभी उसके निशा बाकी है तेरी मुहब्बत के अभी कितने सितम बाकी है..!

बिखरे हुए सपने और एक टूटा अरमान देखा था जब मैंने झांककर अपने अंदर देखा था!

बिखरे हुए सपने और एक टूटा अरमान देखा था जब मैंने झांककर अपने अंदर देखा था!

मैंने कहा दिल टूटा जरूर है पर प्यार इसमे अभी बाकी है उसने कहा मेरी जान एक सितम और अभी बाकी है!

मैंने कहा दिल टूटा जरूर है पर प्यार इसमे अभी बाकी है उसने कहा मेरी जान एक सितम और अभी बाकी है!