है पिघलना ही नियति तो देखो बर्फ भी पानी बने रात का टूटा हुआ तारा भी फरिश्ता आसमानी बने ! - Tuta Dil Shayari

है पिघलना ही नियति तो देखो बर्फ भी पानी बने रात का टूटा हुआ तारा भी फरिश्ता आसमानी बने !

Tuta Dil Shayari