बड़ी मदहोश थी महफिल की वह भीड़ कोई टूटा हुआ था तो कोई बिखरा हुआ था

बड़ी मदहोश थी महफिल की वह भीड़ कोई टूटा हुआ था तो कोई बिखरा हुआ था

Tuta Dil Shayari

छोड़ दो मुड़कर देखना उनको, जो तुमसे दूर जाया करते है, जिनको साथ नहीं चलना होता, वो अक्सर रूठ जाया करते है।

छोड़ दो मुड़कर देखना उनको, जो तुमसे दूर जाया करते है, जिनको साथ नहीं चलना होता, वो अक्सर रूठ जाया करते है।

वह बेवफा थी फितरत मे उसके बेवफाई थी मेरा कसूर कुछ ना था मैंने तो बस उससे सच्चा प्यार किया था !

वह बेवफा थी फितरत मे उसके बेवफाई थी मेरा कसूर कुछ ना था मैंने तो बस उससे सच्चा प्यार किया था !

हम तंन्हाई मे भी तुझसे बिछडने से डरते हैं, तुझे पाना अभी बाकी है,और खोने से डरते हैं…

हम तंन्हाई मे भी तुझसे बिछडने से डरते हैं, तुझे पाना अभी बाकी है,और खोने से डरते हैं…

उन्हे हमसे दूर जाने का बहाना मिल गया दिल तोड़कर अपने रहने का ठिकाना मिल गया !

उन्हे हमसे दूर जाने का बहाना मिल गया दिल तोड़कर अपने रहने का ठिकाना मिल गया !

रोज़ रोज़ तुम्हे मांगने का किस्सा कुछ यूं ख़तम किया  इस बार खुदा से हमने थोड़ा सब्र मांग लिया ।

रोज़ रोज़ तुम्हे मांगने का किस्सा कुछ यूं ख़तम किया इस बार खुदा से हमने थोड़ा सब्र मांग लिया ।

बहती हुई है दरिया का किनारा हूं मैं टूट कर भी आज तक वही खड़ा हूं मैं रखना मुझे अपनी पनाह में ए खुदा इस जग से हारा हूं मै !

बहती हुई है दरिया का किनारा हूं मैं टूट कर भी आज तक वही खड़ा हूं मैं रखना मुझे अपनी पनाह में ए खुदा इस जग से हारा हूं मै !

है पिघलना ही नियति तो देखो बर्फ भी पानी बने रात का टूटा हुआ तारा भी फरिश्ता आसमानी बने !

है पिघलना ही नियति तो देखो बर्फ भी पानी बने रात का टूटा हुआ तारा भी फरिश्ता आसमानी बने !

जान बनकर जब से जिंदगी में आए हो तुम जान जान कह कर सीधे दिल पर वार कर रहे हो तुम !

जान बनकर जब से जिंदगी में आए हो तुम जान जान कह कर सीधे दिल पर वार कर रहे हो तुम !

तुमने मेरा दिल तोड़ा बार बार और मुझे तुझसे प्यार हुआ हर बार !

तुमने मेरा दिल तोड़ा बार बार और मुझे तुझसे प्यार हुआ हर बार !

हम तो बिखरे है चूर हुआ है मंजर एक नदी की तलाश में प्यासा है समंदर !

हम तो बिखरे है चूर हुआ है मंजर एक नदी की तलाश में प्यासा है समंदर !

टूटा जब यह दिल तो आईना हुआ चकनाचूर एहसास ख्वाब और अरमान सब हुआ चूर-चूर !

टूटा जब यह दिल तो आईना हुआ चकनाचूर एहसास ख्वाब और अरमान सब हुआ चूर-चूर !

कैसे कहूं कि सच कहता है आइना टूटा हूं मैं पर आईने में साफ दिखता है!

कैसे कहूं कि सच कहता है आइना टूटा हूं मैं पर आईने में साफ दिखता है!

भर गए जख्म मेरे अभी उसके निशा बाकी है तेरी मुहब्बत के अभी कितने सितम बाकी है..!

भर गए जख्म मेरे अभी उसके निशा बाकी है तेरी मुहब्बत के अभी कितने सितम बाकी है..!

बिखरे हुए सपने और एक टूटा अरमान देखा था जब मैंने झांककर अपने अंदर देखा था!

बिखरे हुए सपने और एक टूटा अरमान देखा था जब मैंने झांककर अपने अंदर देखा था!

मैंने कहा दिल टूटा जरूर है पर प्यार इसमे अभी बाकी है उसने कहा मेरी जान एक सितम और अभी बाकी है!

मैंने कहा दिल टूटा जरूर है पर प्यार इसमे अभी बाकी है उसने कहा मेरी जान एक सितम और अभी बाकी है!

उसकी मोहब्बत में सब कुछ खोकर आया हूं अपने सारे गम और खुशी उसके पास छोड़ आया हूं!

उसकी मोहब्बत में सब कुछ खोकर आया हूं अपने सारे गम और खुशी उसके पास छोड़ आया हूं!

यहां कोई टूटा हुआ है कोई रूठा हुआ है यह इश्क न जाने कितनो को लूटा हुआ है!

यहां कोई टूटा हुआ है कोई रूठा हुआ है यह इश्क न जाने कितनो को लूटा हुआ है!

किसी के दिल में साथ रहने का इरादा ही झूठा है इसीलिए मैं तुझसे और तू मुझसे आज तक रूठा है!

किसी के दिल में साथ रहने का इरादा ही झूठा है इसीलिए मैं तुझसे और तू मुझसे आज तक रूठा है!