ये कशमकश है कैसे बसर Zindagi करें, पैरों को Kaat फेंके या चादर बड़ी करें। - 2 Line Zindagi Shayari

ये कशमकश है कैसे बसर Zindagi करें, पैरों को Kaat फेंके या चादर बड़ी करें।

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