मुझे समझना बस की नही तेरी बात या अपनी सोच बुलंद कर या सोचना छोड़ दे । - 2 Line Zindagi Shayari

मुझे समझना बस की नही तेरी बात या अपनी सोच बुलंद कर या सोचना छोड़ दे ।

2 Line Zindagi Shayari