तुम से मिल कर इमली मीठी लगती है, तुम से बिछड़ कर शहद भी खारा लगता है !

तुम से मिल कर इमली मीठी लगती है, तुम से बिछड़ कर शहद भी खारा लगता है !

Shero Shayari

समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई,
कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता !

समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई, कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता !

तुम्हारा नाम आया और हम ताकने लगे रास्ता तुम्हारी याद आई और खिड़की खोल दी हमने

तुम्हारा नाम आया और हम ताकने लगे रास्ता तुम्हारी याद आई और खिड़की खोल दी हमने

पूरा हक है तेरा मुझ पे तू सब जताया कर, मैं ना पूछूँ मुझे फिर भी सब बताया कर !

पूरा हक है तेरा मुझ पे तू सब जताया कर, मैं ना पूछूँ मुझे फिर भी सब बताया कर !

अजीब सा प्यार था उसकी उदास आँखों में, महसूस तक न हुआ की मुलाकात आखरी है !

अजीब सा प्यार था उसकी उदास आँखों में, महसूस तक न हुआ की मुलाकात आखरी है !

इक नाम जो तेरा लिख दिया मैंने रेत पर, उम्र भर हवा से फिर दुश्मनी रही !

इक नाम जो तेरा लिख दिया मैंने रेत पर, उम्र भर हवा से फिर दुश्मनी रही !

रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ, ऐ मुश्किलों देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ !

रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ, ऐ मुश्किलों देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ !

मोहब्बत का दर्द भी क्या खूब होता है, न चुभता है न दिखता है बस महसूस होता है।

मोहब्बत का दर्द भी क्या खूब होता है, न चुभता है न दिखता है बस महसूस होता है।

वो कातिल रातें जब हम, तारों की बातें करते थे, पतझड़ के सूने मौसम मे, बहारों की बातें करते थे !

वो कातिल रातें जब हम, तारों की बातें करते थे, पतझड़ के सूने मौसम मे, बहारों की बातें करते थे !

अदा कातिल बयां कातिल ज़ुबान कातिल निगाह कातिल, तुम्हारा सिलसिला शायद किसी कातिल से मिलता है !

अदा कातिल बयां कातिल ज़ुबान कातिल निगाह कातिल, तुम्हारा सिलसिला शायद किसी कातिल से मिलता है !

में खुद हैरान हूँ की इतनी मोहब्बत क्यों है मुझे तुझसे, जब भी प्यार शब्द आता है, चेहरा तेरा ही याद आता है !

में खुद हैरान हूँ की इतनी मोहब्बत क्यों है मुझे तुझसे, जब भी प्यार शब्द आता है, चेहरा तेरा ही याद आता है !

तन्हाइयों का एक अलग ही सुरुर होता है, इसमें डर नहीं होता.किसी से बिछड जाने का !

तन्हाइयों का एक अलग ही सुरुर होता है, इसमें डर नहीं होता.किसी से बिछड जाने का !

शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना, गमों की महफिल भी कमाल की जमती है !

शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना, गमों की महफिल भी कमाल की जमती है !

आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो, मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं !

आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो, मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं !

समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई, कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता !

समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई, कभी चेहरा नहीं मिलता कभी दर्पन नहीं मिलता !

पंछी ने जब जब किया पंखों पर विश्वास, दूर दूर तक हो गया उसका ही आकाश !

पंछी ने जब जब किया पंखों पर विश्वास, दूर दूर तक हो गया उसका ही आकाश !

कितने मासूम होते है ये आँखों के आँसू भी, ये निकलते भी उन के लिए है, जिन्हे इनकी परवाह तक नहीं होती !

कितने मासूम होते है ये आँखों के आँसू भी, ये निकलते भी उन के लिए है, जिन्हे इनकी परवाह तक नहीं होती !

ये दरिया-ए-इश्क है, कदम जरा सोच के रखना, इस में उतर कर किसी को किनारा नहीं मिला !

ये दरिया-ए-इश्क है, कदम जरा सोच के रखना, इस में उतर कर किसी को किनारा नहीं मिला !

पास ना होकर भी तुम अपना अहसास दिलाते हो अपनी तस्वीर से ही तुम हमे तड़पाते हो !

पास ना होकर भी तुम अपना अहसास दिलाते हो अपनी तस्वीर से ही तुम हमे तड़पाते हो !