शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना, गमों की महफिल भी कमाल की जमती है ! - Shero Shayari

शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना, गमों की महफिल भी कमाल की जमती है !

Shero Shayari