किसी चेहरे पे तबस्सुम न किसी आँख में अश्क़ अजनबी शहर में अब कौन दोबारा जाये। - Ashq Shayari

किसी चेहरे पे तबस्सुम न किसी आँख में अश्क़ अजनबी शहर में अब कौन दोबारा जाये।

Ashq Shayari