देखकर तुझे वो मेरे रुखसार पर रुके है मुद्दतो बाद नज़ाकत से अश्क़ उतरे है। - Ashq Shayari

देखकर तुझे वो मेरे रुखसार पर रुके है मुद्दतो बाद नज़ाकत से अश्क़ उतरे है।

Ashq Shayari