सोचकर बाज़ार गये था कुछ अश्क़ बेचने, हर खरीददार बोला तोहफे बिका नहीं करते। - Ashq Shayari

सोचकर बाज़ार गये था कुछ अश्क़ बेचने, हर खरीददार बोला तोहफे बिका नहीं करते।

Ashq Shayari