राज दिल में छुपाये रहते हैं, अपने आँखों से  छलकने नहीं देते. क्या ज़ालिम अदा है उस हसीं की, ज़ख्म भी देते हैं और तड़पने नहीं देते। - Adaa Shayari

राज दिल में छुपाये रहते हैं, अपने आँखों से छलकने नहीं देते. क्या ज़ालिम अदा है उस हसीं की, ज़ख्म भी देते हैं और तड़पने नहीं देते।

Adaa Shayari