हमारी अफवाह के धुंए वही से उठते है, जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है। - Afwah Shayari

हमारी अफवाह के धुंए वही से उठते है, जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है।

Afwah Shayari