आग़ाज़-ए-मोहब्बत का अंजाम बस इतना है, जो  दिल की तमन्ना थी अब दिल में ही रह गयी। - Anjaam Shayari

आग़ाज़-ए-मोहब्बत का अंजाम बस इतना है, जो दिल की तमन्ना थी अब दिल में ही रह गयी।

Anjaam Shayari