हर मुलाक़ात का अंजाम जुदाई क्यूँ है, अब तो हर वक़्त यही बात सताती है हमें! - Anjaam Shayari

हर मुलाक़ात का अंजाम जुदाई क्यूँ है, अब तो हर वक़्त यही बात सताती है हमें!

Anjaam Shayari