अगर इत्तेफ़ाक़ होता तो ये क्यूँ नहीं होता, किसी मोड़ पर अचानक मिल जाएं हम दोनों।

अगर इत्तेफ़ाक़ होता तो ये क्यूँ नहीं होता, किसी मोड़ पर अचानक मिल जाएं हम दोनों।

Achanak Shayari

वो कभी आग़ाज़ कर सकते नहीं, ख़ौफ़ लगता है जिन्हें अंजाम से!

वो कभी आग़ाज़ कर सकते नहीं, ख़ौफ़ लगता है जिन्हें अंजाम से!

बेवफ़ा मैं था वक़्त था या मुक़द्दर था, बात जो भी थी अंजाम जुदाई निकला!

बेवफ़ा मैं था वक़्त था या मुक़द्दर था, बात जो भी थी अंजाम जुदाई निकला!

जुदा आग़ाज़ से अंजाम से दूर मोहब्बत इक मुसलसल माजरा है!

जुदा आग़ाज़ से अंजाम से दूर मोहब्बत इक मुसलसल माजरा है!

आग़ाज़-ए-मोहब्बत का अंजाम बस इतना है, जो  दिल की तमन्ना थी अब दिल में ही रह गयी।

आग़ाज़-ए-मोहब्बत का अंजाम बस इतना है, जो दिल की तमन्ना थी अब दिल में ही रह गयी।

अगर अंजाम की परवाह होती मुझे, तो मोहब्बत करना ही छोड़ देती मै, जिद्द तो मेरे प्यार में है, और जिद्द की बड़ी ही पक्की हूं मै।

अगर अंजाम की परवाह होती मुझे, तो मोहब्बत करना ही छोड़ देती मै, जिद्द तो मेरे प्यार में है, और जिद्द की बड़ी ही पक्की हूं मै।

हर मुलाक़ात का अंजाम जुदाई क्यूँ है, अब तो हर वक़्त यही बात सताती है हमें!

हर मुलाक़ात का अंजाम जुदाई क्यूँ है, अब तो हर वक़्त यही बात सताती है हमें!

यूं तो अचानक नहीं मिल गए हम लोग, ऊपरवाले की कुछ तो मेहरबानी रही होगी।

यूं तो अचानक नहीं मिल गए हम लोग, ऊपरवाले की कुछ तो मेहरबानी रही होगी।

कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगा मैं तो दरिया हूँ समुंदर में उतर जाऊँगा !

कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगा मैं तो दरिया हूँ समुंदर में उतर जाऊँगा !

ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते !

ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते !

किसी ने पूछा मुझसे क्या है तेरी जिदंगी का खजाना मुझे अचानक याद आ गया तेरा वो हल्के से मुस्कुराना।

किसी ने पूछा मुझसे क्या है तेरी जिदंगी का खजाना मुझे अचानक याद आ गया तेरा वो हल्के से मुस्कुराना।

दिल की धड़कनों में अचानक ये इजाफा कैसा? उनके होठों पे कहीं मेरा नाम तो नहीं ।

दिल की धड़कनों में अचानक ये इजाफा कैसा? उनके होठों पे कहीं मेरा नाम तो नहीं ।

 उन्होंने अचानक ही पूछ लिया, कितना प्यार करते हो? मैंने कहा करना आता है बस बताना नहीं आता।

उन्होंने अचानक ही पूछ लिया, कितना प्यार करते हो? मैंने कहा करना आता है बस बताना नहीं आता।

कभी मुझ को साथ लेकर, कभी मेरे साथ चल के, वो बदल गए अचानक, मेरी ज़िन्दगी बदल के।

कभी मुझ को साथ लेकर, कभी मेरे साथ चल के, वो बदल गए अचानक, मेरी ज़िन्दगी बदल के।

 तेरा बरसना बेशक अचानक था, जबकि मेरा भीगना कब से तय था।

तेरा बरसना बेशक अचानक था, जबकि मेरा भीगना कब से तय था।

यूं तो अचानक नहीं मिल गए हम लोग, ऊपर वाले की कुछ तो मेहरबानी रही होगी।

यूं तो अचानक नहीं मिल गए हम लोग, ऊपर वाले की कुछ तो मेहरबानी रही होगी।

 नींद आए तो अचानक तिरी आहट सुन लूँ , जाग उठ्ठूँ तो बदन से तिरी ख़ुश्बू आए

नींद आए तो अचानक तिरी आहट सुन लूँ , जाग उठ्ठूँ तो बदन से तिरी ख़ुश्बू आए

लो मैं आंखों पर हाथ रखती हूं, तुम अचानक कहीं से आ जाओ।

लो मैं आंखों पर हाथ रखती हूं, तुम अचानक कहीं से आ जाओ।

आज अचानक तेरी याद ने मुझे रुला दिया, क्या करू तुमने जो मुझे भुला दिया, न करती वफ़ा न मिलती ये सजा, शायद मेरी वफ़ा ने ही तुझे बेवफा बना दिया।

आज अचानक तेरी याद ने मुझे रुला दिया, क्या करू तुमने जो मुझे भुला दिया, न करती वफ़ा न मिलती ये सजा, शायद मेरी वफ़ा ने ही तुझे बेवफा बना दिया।