बाजार में जब पानी पूरी देखती हूँ, होश ना खबर होता है, ना जाने ये कैसा असर होता है। - Asar Shayari

बाजार में जब पानी पूरी देखती हूँ, होश ना खबर होता है, ना जाने ये कैसा असर होता है।

Asar Shayari