तुम्हारे झूठे बातो पर भी ऐतबार हो जाता हैं, अख़बार समझ कर भी प्यार हो जाता हैं। - Akhbaar Shayari

तुम्हारे झूठे बातो पर भी ऐतबार हो जाता हैं, अख़बार समझ कर भी प्यार हो जाता हैं।

Akhbaar Shayari