अधिकार प्लेग के समान है, जिसे छूता है उसे ही भ्रष्ट कर देता है! - Adhikaar Shayari

अधिकार प्लेग के समान है, जिसे छूता है उसे ही भ्रष्ट कर देता है!

Adhikaar Shayari